सोमवार, मई 27

दुर्घटना में कोई भी फंस सकता है। इसलिए सुरक्षा उपायों की जानकारी सबको अवश्य होनी चाहिए

आज की यह पोस्ट समर्पित है संपूर्ण मानव जाति को आप किस प्रकार बच सकते हैं जब कभी अग्निकांड होता है तो अभी कुछ दिन पहले गुजरात के सूरत शहर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से लगभग 20 से अधिक बच्चों की जान चली गई अगर उन्हें आग से कुछ जानकारी होती तो शायद इतनी बड़ी तादाद में लोगों की जान नहीं जाती लेकिन जानकारी के अभाव में लोगों की जान चली गई आखिर कभी ऐसा हादसा हो जाए तो हमें क्या करना चाहिए यही बातें मैं आज की इस पोस्ट में आपको बताने वाला हूं.


 सूरत में हुए अग्निकांड में सभी को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं इस ब्लॉग के माध्यम से.....😭😭😢😢🌹


     यह मैसेज जनसाधारण के लिए है और बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसे कृपया अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य और खासकर बच्चों को अवश्य पढ़ाएं और समझाएं:-

कई वर्ष पहले जे0 पी0 होटल वसंत विहार नई दिल्ली में आग की दुर्घटना हुई, जिसमें बहुत सारे भारतीय मारे गए लेकिन जापानी और अमेरिकन नहीं। जानते हैं क्यों? मैं आपको बताता हूँ:-

1.  सभी अमेरिकन और जापानी लोगों ने अपने कमरों के दरवाज़ों के नीचे खाली जगहों में गीले तौलिये लगा दिए और खाली जगहों को सील कर दिया, जिससे धुआं उनके कमरों तक नहीं पहुंच सका। या बहुत कम मात्रा में पहुंचा।


2.  इन सभी विदेशी मेहमानों ने अपनी नाक पर गीले रुमाल बांध लिए, जिससे उनके फेफड़ों में धुआं प्रवेश न कर सके।

3.  सभी विदेशी मेहमान अपने अपने कमरों के फर्श पर औंधे लेट गए। (क्योंकि धुआं हमेशा ऊपर की ओर उठता है)

इस प्रकार जब तक अग्निशमन विभाग के कर्मचारी आये, तब तक वे अपने आपको जीवित रख पाने में सफल रहे।

जबकि होटल के भारतीय मेहमानों को इन सुरक्षा उपायों के बारे में पता ही नहीं था इसलिए वे इधर से उधर भागने लगे और उनके फेफड़ों में धुआं भर गया और कुछ समय में ही उनकी मौत हो गई।

अभी (24.05.2019) को सूरत (गुजरात) के एक कोचिंग सेंटर में आग की दुर्घटना हुई जिसमें कई बच्चों की जान इस अज्ञानता और भगदड़ के कारण हो गई। यदि उन्हें इन सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी होती तो शायद इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की जान न जाती।

याद रखें, आग लगने की स्थिति में ज़्यादातर मौतें शरीर में धुआं जाने से होती हैं, जबकि आग के कारण कम होती हैं।

क्योंकि आग की स्थिति में हम लोग धैर्य से काम नहीं लेते हैं और इधर से उधर भागने लगते हैं। भागने से हमारी सांसें तेज़ हो जाती हैं जिसके कारण बहुत सारा धुआं हमारे फेफड़ों में प्रवेश कर जाता है और हम बेहोश हो जाते हैं और ज़मीन पर गिर जाते हैं तथा फिर आग की लपटों से घिर जाते हैं।

इसलिए आग लगने की स्थिति में ये सुरक्षा उपाय अपनाएं:-

1.  भगदड़ न मचाएं और अपने होश कायम रखें ताकि आप दूसरों की मदद कर सकें।

2.  अपने नाक पर गीला रुमाल या गीला लेकिन घना कपड़ा बांधें। तथा फर्श पर लेट जाएं।

3.  यदि आप किसी कमरे में बंद हों तो उसके खिड़की दरवाज़े बंद कर दें तथा उनके नीचे या ऊपर या कहीं से भी धुआं आने की संभावना हो तो उस जगह को भी गीले कपड़े से सील कर दें।

4   अपने आसपास के लोगों से भी ऐसा ही करने को कहें।

5.   अग्निशमन की सहायता की प्रतीक्षा करें। याद रखें, अग्निशमन वाले प्रत्येक कमरे की जांच करते हैं और वे फंसे हुए व्यक्तियों को ढूंढ लेंगे।

6.  यदि आपका मोबाइल काम कर रहा हो तो आप लगातार 100, 101 या 102 पर मदद के लिए कॉल करते रहें। उन्हें आप अपने स्थान की जानकारी भी दें। वे आप तक सबसे पहले पहुंचेंगे।

 सुगना फाउंडेशन मेघलासिया द्वारा जनहित में जारी....  
 Copy by sugana Foundation Meghlasiya
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दुर्घटना में कोई भी फंस सकता है। इसलिए सुरक्षा उपायों की जानकारी सबको अवश्य होनी चाहिए।

   अब अगर आप चाहे तो इस पोस्ट को कॉपी करके पेस्ट करिए लिंक शेयर करिए या कुछ भी करिए बट अधिक से अधिक लोगों तक यह जानकारी पहुंचाने में हमारी मदद कीजिए ताकि भविष्य में कभी ऐसा हादसा हो तो लोग अपनी जान बचा सके ।



शुक्रवार, मई 24

PM नरेंद्र मोदी के प्रति युवाओं की दीवानगी देखते ही बनती है


खुशी में युवक ने चाकू से लिखवाया मोदी का नाम

        पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति युवाओं की दीवानगी देखते ही बनती है  पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर से पीएम बनने पर एक युवक ने अपने सीने पर मोदी लिखवा डाला चाकू से लिखते समय उनकी आंखों से आंसू के बदले खुशी झलक रही थी।

    युवक है सोनू पटेल उनके पिता सुरेंद्र पटेल तुरकोलिया चौक पर मीट भुजा की दुकान चुनाव में बीजेपी को बहुत बहुमत मिल कर देख सोनू बाजार में लोगों के बीच पहले मिठाई बांटी उसके बाद चाकू से सीने पर लिख डाला मोदी लोगो कहना है कि  उसके मुंह से उफ्फ़ तक नहीं निकली ।
        सोनू ने बताया कि उनका ही नहीं देश का भविष्य है जब मोदी देश के लिए बलिदान देने के लिए तैयार है तो फिर उसके लिए हम अपनी जान की कुर्बानी भी दे सकते हैं।
     सच में हिंदुस्तान में युवाओं के दिलों में मोदी जी की जो दीवानगी है वह वाकई एक अपने आप में सोचने लायक है उनकी लोकप्रियता देश में ही नहीं विदेशों में भी है।