मंगलवार, सितंबर 3

मंदी का रोना मत रोइए, यूं कहिए *ईमानदारी* से कमाने में मेहनत ज्यादा करनी पड़ रही है

मंदी है तो, किसने अपना 20 हजार का स्मार्टफोन फोन बेचकर बटन वाला फोन लिया?

मंदी है तो, किसने अपनी बड़ी कार बेचकर छोटी कार खरीद ली?

मंदी है तो किसने अपने बच्चों को महंगे स्कूल से हटाकर सरकारी स्कूल में लगवाया है?

मंदी है तो किसने  होटलोंसे खाना मंगवाना बन्द कर दिया है??

मंदी है किसने मल्टीप्लेक्स में फिल्में देखना बन्द कर दिया है?

मंदी का रोना मत रोइए, यूं कहिए ईमानदारी से कमाने में मेहनत ज्यादा करनी पड़ रही है 👌

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