शनिवार, अक्तूबर 8

मानव जीवन में असल सुख तो गाँव मे ही है।

 मानव जीवन में असल सुख तो गाँव मे ही है खुला आसमान पेड़ पौधों हरियाली और प्राकृतिक ठंडी हवाएं। जो आनंद गांव में है वह आनंद शहरों में बिल्कुल नहीं है शहरों में सुख सुविधाएं बहुत हैं लेकिन सुकून गांव में ही है.

प्रकृति की हवा के आगे पंखे कूलर और एयर कंडीशनर पीछे रहते हैं।

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