गुरुवार, मार्च 11

प्रेम के लिए रुतबा नही। एक दिल ही काफी है

 करुणा ही सृष्टि का आधार है, जब जब धरती से करुणा, दया, सहयोग की जितनी मात्रा मनुष्य कम करेगा उसे कुदरत के कोप का शिकार भी उतनी मात्रा में होना पड़ेगा। 

इसलिए मनुष्य को इस प्रकार के कार्य सदैव करते रहना चाहिए प्रेम के लिए रुतबा नहीं सिर्फ एक छोटा सा दिल ही काफी है यह फोटो मैंने फेसबुक पर देखा सोचा आप लोगों के साथ शेयर करूं



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