सोमवार, जून 21

यह तस्वीर बहुत कुछ कहती है।

संस्कृति का पहला अध्याय माँ और परिवार ही सिखाते है,
किसी ने बिल्कुल ठीक ही कहा है कि संस्कार हमेशा परिवार से मिलता है क्योंकि अच्छे संस्कार मॉल से नहीं मिलता इसलिए बच्चों को अच्छे संस्कार देने का प्रयास करें। हमेशा एक बात याद रखनी चाहिए सब कुछ कॉपी किया जा सकता है लेकिन चरित्र, व्यवहार, संस्कार और ज्ञान कॉपी नहीं किया जाता। वह परिवार के द्वारा मिलता है।

एक पुरानी कहावत है बोली बता देती है व्यवहार कैसा है और व्यवहार बता देता है परिवार कैसा है।

बच्चें को उपहार ना मिला तो कुछ पल रोता हैं ...मगर संस्कार ना मिला तो जिन्दगी भर रोता हैं....!!

एसएम सीरीज 3


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