रविवार, जून 20

पिता भगवान का दूसरा रूप है

                  माता पिता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।

फादर्स डे पर आज पूरे दिन यही सोचता रहा कि पिताजी के लिए क्या लिखू व्हाट्सएप स्टेटस पर क्योंकि आज जो मेरा स्टेटस है वह पिताजी की वजह से ही है फिर भला मैं उनके लिए क्या लिख सकता हूं क्योंकि उनके लिए लिखने के लिए मैं अभी इतना बड़ा नहीं हुआ कि मैं अपने पिताजी के बारे में कुछ क्या  लिख सकता हुॅ। सिर्फ इतना ही बोल सकता हूं पिता का जूता भी बादाम की तरह है होता है जितना खाओगे उतनी ही अक्ल आएगी। 

पिता भगवान का दूसरा रूप है पिता का ऋण हम जीवन भर नहीं चुका सकते लेकिन हम उनको आदर सम्मान सत्कार और उनकी आज्ञा का पालन और सेवा से ही उनके जीवन में हम उन्हें खुशी जरूर दे सकते हैं पिता पुत्र के जीवन दाता है। पूरी दुनिया में एक पिता ही है जो चाहता है कि उनका बेटा या उनकी बेटी उनसे ज्यादा तरक्की और कामयाब हो। 


सुगना फाउंडेशन परिवार की तरफ से फादर्स डे की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं .

आपका सवाई सिंह राजपुरोहित
 (एसएम सीरीज 3)

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