अच्छाई की मार्केटिंग इस वक्त देश संकट की घड़ी में है और हर कोई व्यक्ति अपनी ओर से जो संभव मदद हो सकती है वह कर रहा है इस बीच राजस्थान से यह सुंदर तस्वीरें हमें देखने को मिली हमारे मित्र सब इंस्पेक्टर रमेश चन्द जी की टीम द्वारा सहयोग।
पुलिस टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद और साधुवाद आपकी मदद के लिए कहते हैं गरीबों के चेहरे पर खुशी लाना सबसे बड़ा पुण्य का काम है और मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं है।
आज किच्छा में ड्यूटी के दौरान एक बेबस और लाचार पिता से मुलाकात हुई जो अपनी दो बेटियों के साथ साइकिल से 50 किलोमीटर हल्द्वानी से बहुत परेशान हालत में किच्छा पहुंचा था रोकने पर उसके द्वारा बताया गया कि उसकी एक लड़की बीमार है कोरोनावायरस की मार के बाद रोजगार ना होने के कारण हल्द्वानी से वापस अपने घर साइकिल से जा रहा तथा वह और उसकी बेटियां पैसे न होने के कारण पिछले 24 घंटे से भूखे हैं उनकी हालत देखकर सच में आंखों में आंसू आ गए।
बेबसी की तस्वीर
हमारी चेकिंग पुलिस टीम द्वारा आपस में सहयोग राशि जमा कर तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की गई उक्त व्यक्ति को कोरोनावायरस के खतरे से अवगत कराते हुए सेनीटाइज किया गया तथा तुरंत घर जाने हेतु बताया बच्चियों को जब हमारे द्वारा खाने के लिए कुछ टॉफिया दी गई तो उनके चेहरे पर खुशी वह आंखों में चमक देखने लायक थी सच बताऊं उनकी खुशी देखकर ड्यूटी की कई दिन की थकान दूर हो गई!
मेरा इस फोटो को शेयर करने का उद्देश्य मात्र यह है कि देश की विषम परिस्थिति में यथासंभव सरकारी तंत्र के कर्मियों के सहयोग से आसपास के गरीब असहाय तथा जरूरतमंद लोगों को यथासंभव सहायता प्रदान करें! इस विषम परिस्थिति से निकलने में सभी भारतवासियों का सहयोग नितांत आवश्यक है 🙏🏻🙏🏻
सार्थक
जवाब देंहटाएंधन्यवाद शास्त्री जी हमारा मनोबल बढ़ाने के लिए
जवाब देंहटाएंजी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार(२९-०३-२०२०) को शब्द-सृजन-१४"मानवता "( चर्चाअंक - ३६५५) पर भी होगी।
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
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अनीता सैनी
बहुत-बहुत आभार अनीता जी
हटाएंये छोटी छोटी घटनाएं ही ये सिद्ध करती हैं की आज भी दिलों में मानवता जिन्दा हैं ,सराहनीये प्रयास ,सादर नमन आपको
जवाब देंहटाएंआपने बिल्कुल सही कहा
हटाएंसादर प्रणाम और इस प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
वाह बेहतरीन।इस घटना के माध्यम से बहुत अच्छा और भावपूर्ण प्रस्तुति सखी।सुंदर।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद
हटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद
हटाएंबहुत खूब...
जवाब देंहटाएंमानवता के मिशात ऐसे लोगों को शत शत नमन।
बहुत-बहुत धन्यवाद
हटाएंबिल्कुल सत्य है यह गरीबों के चेहरे पर खुशशी लाना सबसे बड़ा पुण्य का काम है और मानव सेवा से बड़ा कोई सेवा नहीं है।
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