आपका स्वागत "एक्टिवे लाइफ" परिवार में..........

आपका एक्टिवे लाइफ में स्वागत है

* आपका एक्टिवे लाइफ में स्वागत है * "वन्दे मातरम्" आपके सुझाव और संदेश मुझे प्रोत्साहित करते है! आप अपना सुझाव या टिप्पणि दे!* मित्रो...गौ माता की करूँ पुकार सुनिए और कम से कम 20 लोगो तक यह करूँ पुकार पहुँचाईए* गौ ह्त्या के चंद कारण और हमारे जीवन में भूमिका....

मंगलवार, अगस्त 25

सबसे बड़ी समस्या यह है कि दुख किसके साथ बांटा जाए.

 सबसे बड़ी समस्या यह है कि दुख किसके साथ बांटा जाए क्योंकि सामने वाले के अंदर क्या बैठा है  हमको पता नहीं पड़ता और बता भी दिया तो इसकी क्या गारंटी है कि वह आदमी उस दुख को रबड़ नहीं बनाएगा।

 अगर सामने वाले व्यक्ति ने हमारे दुख को 10 लोगों में बांट दिया तो हमारा दुख महा दुख बन जाएगा। हालांकि इस ब्लॉग पर लिखने वाले कहीं टॉपिक मैं अपने जीवन में होने वाली घटनाओं पर लिखना का प्रयास करता हूं और इसमें उन लोगों को मैं शामिल करने का प्रयास करता हूं जो मेरे आस-पास घटती है आज जिस टॉपिक पर मैं बात कर रहा हूं यह अभी कुछ दिन पहले ही मेरे एक फ्रेंड के साथ घटी जब उसने अपना दुख किसी व्यक्ति विशेष के साथ बांटा ठीक है उसे क्या मालूम था कि जो जानकारी वह उनको दे रहे थे वह जानकारी आगे चलकर उनके लिए और ज्यादा मुसीबत खड़ी कर देगा हमेशा एक चीज याद रखना हमेशा भरोसा सिर्फ अपने आप पर करना कई बार दूसरों पर भरोसा करना अपनी कमजोरी सिद्ध कर देता है। इसलिए कहना गलत है कि दुख बांटने से घटता है मेरी नजर में बढ़ता है । और मेरे प्यारे दोस्तों आप सब की क्या राय है इस टॉपिक पर मुझे जरूर बताइएगा।

                   कमेंट कीजिए और मुझे जरूर बताएं

12 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (26-08-2020) को   "समास अर्थात् शब्द का छोटा रूप"   (चर्चा अंक-3805)   पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --  
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'  
    --

    जवाब देंहटाएं
  2. दुःख अपने पास रखने हैं और सुख बांटने हैं

    जवाब देंहटाएं
  3. रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो गोय। सु
    सुनी इठलैहैं लोग सब, बांटी न लेंहैं कोय।।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      हटाएं
    2. बिल्कुल सही फरमाया आपने मेरे ब्लॉक पर पहुंचकर पर अपनी राय रखने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार

      हटाएं
  4. कोई विशेष अपने के साथ दुःख बाँटा जाए जो आपको समझे तो दुःख घट जाता है ... सबके साथ बाँटने से तो और बढ़ेगा ...
    अपनों का जीवन में होना बहुत ज़रूरी है ...

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद अपनी राय की इस मंच पर रखने के लिए

      हटाएं
  5. धन्यवाद जी उत्साहवर्धन के लिए

    जवाब देंहटाएं

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

लिखिए अपनी भाषा में

सवाई सिंह को ब्लॉग श्री का खिताब मिला साहित्य शारदा मंच (उतराखंड से )