अब आपके मोबाइल पर कॉल आएगी तो सिर्फ नंबर नहीं, बल्कि सामने वाले कॉलर का असली नाम भी दिखेगा. दूरसंचार विभाग यानि DoT ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वे अगले एक हफ्ते के भीतर कम से कम एक सर्किल में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सेवा शुरू करें. अब इस सुविधा के लागू होने के बाद फोन उठाने से पहले ही आपको यह पता चल जाएगा कि कॉल किसके नाम से आ रही है।
भारत सरकार और टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
यह सुविधा दो तरह से काम करती है या जल्द ही उपलब्ध होगी।
1. सरकारी पहल: CNAP (Calling Name Presentation)
दूरसंचार विभाग (DoT) और ट्राई (TRAI) CNAP (कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन) नामक एक नई सुविधा को लागू कर रहे हैं।
यह क्या है: इस सुविधा के लागू होने पर, जब भी आपको कोई कॉल आएगा, तो स्क्रीन पर कॉल करने वाले का असली नाम दिखाई देगा, भले ही वह नंबर आपके फ़ोन में सेव न हो।
नाम कहाँ से आएगा: यह नाम वह होगा जो कॉलर ने सिम लेते समय अपने KYC (Customer Application Form - CAF) में दिया था।
फायदा: इससे फर्जी और स्पैम कॉल पर रोक लगाने में मदद मिलेगी, क्योंकि आपको कॉल उठाने से पहले ही पता चल जाएगा कि सामने वाला व्यक्ति कौन है।
2. थर्ड-पार्टी ऐप्स (जैसे Truecaller)
आप Truecaller जैसे ऐप्स के जरिए भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं:
कॉलर आईडी: Truecaller जैसे ऐप्स अपने डेटाबेस का उपयोग करके अनजान नंबरों की पहचान करके कॉल आने पर उनका नाम स्क्रीन पर दिखाते हैं।
स्थिति: दूरसंचार विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को इसे एक सर्किल में पायलट प्रोजेक्ट (परीक्षण) के तौर पर शुरू करने का निर्देश दिया है। जल्द ही यह पूरे देश में लागू होने की उम्मीद है।
 
 
