आज लगता है वास्तव में सरस्वती विसर्जन हो गया। जिनके मुख पर माँ सरस्वती स्वयं वास करती थीं, वे बसंत पंचमी के अगले ही दिन हमसे बिछड़ गई।
भारत रत्न विश्व संगीत कोकिला लता मंगेशकर जी (28.09.1929 - 06.02.2022)
देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी।
लता दीदी प्रखर देशभक्त थी। स्वातंत्र्यवीर सावरकर जी की विचारधारा पर उनकी हमेशा ही दृढ़ श्रद्धा रही है। स्वतंत्र सेनानी वीर सावरकर जी को अपने पिता तुल्य मान देते हैं उन्होंने हाल ही में अपने ट्विटर अकाउंट पर भी एक फोटो शेयर करते हुए इस बात का जिक्र किया था उनका जीवन अनेक उपलब्धियों से भरा रहा है। लता जी हमेशा ही अच्छे कामों के लिए हम सभी को प्रेरणा देती रही हैं। भारतीय संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। लता दीदी बेहद ही शांत स्वभाव और प्रतिभा की धनी थी। भारत के प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी को अपना छोटा भाई मानती थी इसीलिए आज प्रधानमंत्री स्वयं वह वही पहुंचकर उनके अंतिम विदाई मैं हिस्सा लिया।
आखिरी सफर पर चलीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी |
सब देशवासियों की तरह मेरे लिए भी उनका संगीत बहुत ही प्रिय रहा है, स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन हो जाना बहुत ही दुःखद खबर है ! लता जी का निधन संगीत जगत व देश के लिए अपूरणीय क्षति है । ईश्वर दिवगन्त पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों मे स्थान प्रदान करें ... 💐🙏 सुगना फाउंडेशन परिवार