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मंगलवार, अक्तूबर 11

जो व्यक्ति अपनी भावनाओं को कंट्रोल करना जानते हैं .

 जो व्यक्ति अपनी भावनाओं को कंट्रोल करना जानते हैं दिल के बहुत अच्छे भी होते हैं और बहुत खतरनाक होते हैं। क्योंकि जो व्यक्ति अपने भावनाओं को कंट्रोल में रखता है ऐसे लोग खतरनाक इसलिए मैं बोल रहा हूं क्योंकि इनके लिए ऐसा करना कोई बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि जब इनकी भावनाओं को ठेस पहुंचता है और जब सीमाओं से भी ऊपर उठ जाते हैं तो यह किसी को भी छोड़ देते हैं फिर पीछे मुड़कर नहीं देखते इसलिए ऐसे लोग खतरनाक होते हैं। लेकिन यह भी सच है कि यह लोग भावनात्मक रूप से लोगों के साथ हमेशा जोड़कर काम करते हैं और लोगों की भावनाओं की कदर करते हैं उन्हें हर तरीके से समझाने का प्रयास भी करते हैं ऐसे लोगों के साथ रिलेशन और रिश्ते निभाना बहुत ही सहज हो जाता है क्योंकि यह हमेशा दूसरों की भावनाओं की कदर करते हैं

 ऐसे व्यक्ति अक्सर किसी की भी लाइफ में जाते हैं तो वह अपना हंड्रेड परसेंट देते है फिर चाहे अपने दोस्तों के साथ या वह अपने पार्टनर की बहुत ज्यादा केयर करते है लेकिन कभी फ्रॉड नहीं करते और तो और वो हर बार सामने वाले की गलतियों को माफ भी कर देते है बार-बार ऐसा यह सहजता के साथ कर लेते हैं लेकिन जिस दिन पानी सर से ऊपर चला गया उसके बाद मैं वे अपने आप की भी नहीं सुनते और हमेशा हमेशा के लिए अपने दोस्तों से अपने प्यार से नफरत करना शुरू कर देते हैं क्योंकि ऐसे लोग सिद्धांतों के बहुत पक्के होते हैं फिर उनके लिए यह मायने नहीं रखता कि सामने वाला किस रिलेशन में है फिर उन्हें सच जानने की भी जिज्ञासा नहीं रहती। इसीलिए कभी भी ऐसे लोगों के साथ दिल से जुड़े रहे या तो दूर रहें और या फिर उनके विश्वास को बनाए रखें तभी रिश्ते की गाड़ी आगे चल पाएगी। क्योंकि यह अधिक भावुक और संवेदनशील होते हैं इन्हें गलत बात और अधिक मजाक बहुत जल्दी चुभ जाता है फिर ऐसी बातों को ना तो यह भुला पाते हैं और ना ही दिमाग से निकाल पाते हैं और यह बड़ा मुश्किल भी हो जाता है अगर ऐसा कोई इनका पारिवारिक सदस्य भी बोलते तब भी यह बहुत जल्दी सीरियस भी हो जाते हैं कई महीनों और सालों तक बात नहीं करते और उनसे दूरी बना लेते हैं पर इनके लिए ऐसा करना कोई बड़ी बात नहीं होती। यह दूरी भावनात्मक और शारीरिक रूप से हो सकती है। आप इस पर क्या विचार रखते हैं हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। 

आज के लिए इतना ही फिर मिलते हैं किसी नए आर्टिकल के साथ तब तक के लिए अलविदा ..... आपका दोस्त सवाई सिंह राजपुरोहित एसएम सीरीज 3 






शनिवार, अक्तूबर 8

मानव जीवन में असल सुख तो गाँव मे ही है।

 मानव जीवन में असल सुख तो गाँव मे ही है खुला आसमान पेड़ पौधों हरियाली और प्राकृतिक ठंडी हवाएं। जो आनंद गांव में है वह आनंद शहरों में बिल्कुल नहीं है शहरों में सुख सुविधाएं बहुत हैं लेकिन सुकून गांव में ही है.

प्रकृति की हवा के आगे पंखे कूलर और एयर कंडीशनर पीछे रहते हैं।

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सवाई सिंह को ब्लॉग श्री का खिताब मिला साहित्य शारदा मंच (उतराखंड से )